हम सभी अपने जीवन में कुछ न कुछ पाने का सपना देखते हैं। इसे ही हमारे जीवन का लक्ष्य कहा जा सकता है। महत्वाकांक्षा वह प्रेरक शक्ति है जो हमें अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करती है। जीवन में महत्वाकांक्षी होना जरूरी है ताकि हमारे जीने के पीछे कोई उद्देश्य हो। बिना उद्देश्य के जीवन एक बोझ के समान है।
आज हम एक ऐसी लड़की के बारे में बात करने जा रहे हैं जिसने अपने आप में एक मिसाल कायम की है। जब हम कोई काम करते हैं तो उसे पूरी श्रद्धा और लगन से करना चाहिए, तभी हम उसमें सफल हो पाते हैं। वह काम जो भी हो, हमें उसमें मेहनत करनी चाहिए, इस बात को आज इस लड़की ने साबित कर दिया है। आइए फिर जानते हैं कौन है वो लड़की।
UPSC परीक्षा के लिए अध्ययन करना बहुत कठिन काम है जो देश की सबसे कठिन परीक्षा है। कुछ छात्र इसे क्लियर करने के लिए कोचिंग लेते हैं या फिर मोबाइल से ऑनलाइन पढ़ाई करते हैं, फिर भी वे सफल नहीं हो पाते हैं। लेकिन आज हम जिस लड़की के बारे में बताने जा रहे हैं उसने खुद इसका अध्ययन किया है और वह इसमें सफल भी हुई है।
चंद्रज्योति सिंह जिनकी आयु परीक्षा के समय 22 वर्ष थी। 2019 की यूपीएससी परीक्षा में 28वीं रैंक हासिल कर टॉप किया। यह उनका पहला प्रयास था। उनके माता-पिता दोनों सेना में थे। जिसके चलते वह अलग-अलग शहरों में रहती थी, लेकिन चंद्रज्योति मूल रूप से मोहाली, चंडीगढ़ की रहने वाली हैं।
चंद्रज्योति सिंह शुरू से ही आईएएस ऑफिसर बनना चाहते थे। चूंकि परिवार में सभी पढ़े-लिखे थे, इसलिए सभी जानते थे कि यह परीक्षा कितनी कठिन है। उनके परिवार के सदस्यों ने उनकी बेटी के सपनों को पंख दिए और यूपीएससी की तैयारी में उनका बहुत साथ दिया। चंद्रज्योति ने दिल्ली के सेंट स्टीफंस कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई पूरी की। उन्होंने ग्रेजुएशन के बाद ही यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी थी।