बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता सोनू सूद का नाम इन दिनों इंटरनेट और अखबारों के पन्नों पर सुर्खियों में बना हुआ है. दरअसल उन पर 20 करोड़ रूपये से अधिक की इनकम टैक्स चोरी का आरोप लगाया गया है. उनका नाम आईटी रेड में शामिल होने के बाद से ही सोशल मीडिया पर हड़कंप मच गया है. आए दिन इस बात को लेकर तरह तरह के खुलासे किए जा रहे हैं. खबरों की मानें तो सोनू सूद के कई ठिकानों पर आईटी विभाग ने छापेमारी की है जिसमें उनको बड़ी सफलता भी हाथ लगी है.
जानकारी के लिए बताते चले कि आईटी विभाग का यह दावा है कि रेड के दौरान सोनू सूद की ऐसी कई कंपनियां सामने आई है जिसमें उन्होंने चपरासियों को बोगस कंपनियों का डायरेक्टर बना रखा है. इस खुलासे के बाद से ही हर कोई हैरान हो गया है. बताया जा रहा है कि कानपुर में फर्जी इनवॉइस जारी करने वाली कंपनी रिच ग्रुप और रिच उद्योग के मालिकों द्वारा यह हरकत अंजाम दी गई है. पिछले कुछ दिनों से लगातार सोनू सूद के घर पर और उनके ठिकानों पर आयकर विभाग की संयुक्त टीम में लगातार छापेमारी कर रही थी और आए दिन नए से नए खुलासे भी कर रही थी. वही अब इस मामले में नया मोड़ ले लिया है.
इस खुलासे के बाद से ही आयकर विभाग ने जांच का दायरा बढ़ा दिया है. टीम का कहना है कि वह जल्द ही सोनू सूद के कुछ अन्य ठिकानों पर छापेमारी करने वाले हैं. सूत्रों की माने तो सोनू सूद द्वारा लखनऊ के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश के लिए समूह की मदद से फर्जी बिल बनाए गए थे. ऐसे में अब आयकर विभाग मामले में किसी प्रकार की कोई भी नहीं जाता है और आगे छापामारी करने के लिए तैयार खड़ा है.
सोनू सूद का लखनऊ के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश
रिपोर्ट के अनुसार सोनू सूद ने लखनऊ के इंफ्रास्ट्रक्चर मुंह में संयुक्त उद्यम अचल संपत्ति परियोजना केसरिया निवेश कर रखा है. आईटी विभाग के अनुसार 48 वर्षीय एक्टर सोनू सूद ने यह इन्वेस्टमेंट चोरी और बिलिंग में गड़बड़ी करके किया है ऐसे में अब सोनू सूद की इमेज को भारी नुकसान झेलना पड़ सकता है. फिलहाल जांच के दौरान आईटी टीम को 65 करोड की फर्जी बिलिंग मिली है. पुणे जयपुर स्थित कंपनी में 175 करोड़ के लेनदेन की जानकारी प्राप्त हुई थी जिसमें से उन्हें 1.8 करोड़ नकद मिल चुके हैं. टीम के अनुसार वे आगे भी उनके कई ठिकानों पर छापेमारी करेंगे और उनके हाथ काफी कुछ लगने वाला है.